Indian Army Special Blog..
जवान :-
INDIAN ARMY!!
भारत एक ऐसा देश हे जिसकी आर्मी one of the best army in the world ऐसा कहा जाता हे। पर ये कहने के पीछे छुपे हे सेकड़ो जवानो के बलिदान ,जो लड़ते लड़ते अपने भारतमाता की रक्षा करते हुए शहीद हुए हे। उनके बलिदानो के वजह से ही तो भारत आज भी परकीय आक्रमणों से,आज तक सुरक्षित हे। वरना आपको ये देश ऐसा नहीं दिखता।
जवान जो अपने घर अपना परिवार छोड़ के अपने देश की अहोरात्र सेवा करते हे उनके वजहसे ही हम लोग आज एक मीठी और सुकून की नींद ले पाते हे। वो जवान कई दिन खाना,पाणी छोड़कर सीमारेखा पर लड़ते हे इसीलिए हम इधर दो निवाले चैन से खा सकते हे। कैसे कर लेते होंगे ये जवान ऐसा सोचकर ही शरीर पे कांटे आने लगते है। ऐसा भी लगता हे
उनको शायद ही कभी चैन की नींद नसीब हो जाती हो ,क्यूंकि कभी भी जंग छिड़ सकती हे ,कभी भी दुश्मन के तरफ से हमला हो सकता हे। हम तो बस सोंच ही सकते हे की कैसे कर लेते होंगे ये जवान । दुश्मन की एक गोली और वो शहीद हो सकते हे ये बात हमेशा उनके सर पर मंडराती रहती हे।
जवानों की तरह ही हमारी भारतीय पुलिस भी कुछ काम नहीं हे। जवान देश की सीमा की रक्षा करते हे। और पुलिस देश की अंदर की रक्षा करते हे। वो भी अपने घरदार को छोड़कर बस हर दम अपनी ड्यूटी करते रहते हे। वो भी अपना फर्ज कभी नहीं भूलते। कोई भी त्यौहार हो वो अपने परिवार के साथ नहीं बल्कि,दूसरों की परिवार की सुरक्षा में निकल देते हे ।
इन जवानो को और पुलिस अधिकारियोंको कभी छुट्टी नहीं होती हे। और अगर होती हे तो वो भी थोड़े ही दिनों की और उनको जब भी बुलाया जाता हे उनको छुट्टी छोड़कर भी जाना पड़ता हे। इसे भी एक प्रकार का बलिदान ही कहेंगे ना हम।
जवानों की तरह ही हमारी भारतीय पुलिस भी कुछ काम नहीं हे। जवान देश की सीमा की रक्षा करते हे। और पुलिस देश की अंदर की रक्षा करते हे। वो भी अपने घरदार को छोड़कर बस हर दम अपनी ड्यूटी करते रहते हे। वो भी अपना फर्ज कभी नहीं भूलते। कोई भी त्यौहार हो वो अपने परिवार के साथ नहीं बल्कि,दूसरों की परिवार की सुरक्षा में निकल देते हे ।
इन जवानो को और पुलिस अधिकारियोंको कभी छुट्टी नहीं होती हे। और अगर होती हे तो वो भी थोड़े ही दिनों की और उनको जब भी बुलाया जाता हे उनको छुट्टी छोड़कर भी जाना पड़ता हे। इसे भी एक प्रकार का बलिदान ही कहेंगे ना हम।
Our Army
१४ फरवरी १०१९ को जब सारा देश वैलेंटाइन डे मन रहा था तब पुलवामा में हमारे जवान शहीद होगये थे। और २६ नवंबर २००८ मुंबई में जो दहशतवादी हल्ला हुवा उसमे भी हमारे कुछ बहादुर पुलिस अफसर मारे गए। जिनकी वजहसे आज मुंबई शांत चल रही हे । वरना तब मुंबई की स्थिति बहोत भयानक थी। सलाम हे मेरा इन जवानो को और पुलिसवालों को।
उस हादसे में शहीद होने वालो में ये सब लोग थे👇👇👇👇
- तुकाराम ओंबळे - सहाय्यक उपनिरिक्षक, मुंबई पोलिस. इन्होने कसाब पर हमला बोलके गोलीया अपने आप पर खाकर उसको पकड़ लिया। और खुद शहीद हो गए।
- हेमंत करकरे - मुंबई दहशतवाद विरोधी पथक मुख्याधिकारी
- अशोक कामटे - ऍडिशनल पोलिस कमिशनर
- विजय साळसकर - एनकाउंटर स्पेशालिस्ट
- शशांक शिंदे - वरिष्ठ पोलिस निरिक्षक
- मेजर संदीप उन्नीकृष्णन - एन.एस.जी. कमांडो अधिकारी
- हवालदार चंदर - एन.एस.जी. कमांडो
- हवालदार गजेंदर सिंह बिष्ट - एन.एस.जी. कमांडो
- छत्रपती शिवाजी टर्मिनस यहाँपे तीन रेल्वे कर्मचारी गोलीबारी मे गए।
शहीद अफसर
आखिर में एक ही बात कहूंगा अगर आपको कही पर भी जावन या पुलिस दिखे तो एक सलूट जरूर करना।
जय हिन्द🙌🙌
-अक्षय
Comments
Post a Comment